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PK का सन्देश

तूणीर
तूणीर
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लोग PK देख आये हैं | मल्टीप्लेक्स में 300 रुपये खर्च कर कह रहे हैं कि हाय रे आमिर ने महादेव का अपमान कर दिया | हिन्दू धर्म की ऐसे बुराई की वैसे बुराई की | हम एसी फिल्म का विरोध करते हैं | अरे भाई विरोध उसे कहते हैं जिसमे सामने वाले को भी पता चले कि हाँ उसका विरोध हो रहा है | फ़िल्म हिट करा के भी कभी विरोध दर्ज किया जाता है क्या ? ये तो उल्टा एसी फिल्म को बढ़ावा देना हुआ |

वैसे भी इससे पहले सत्यमेव जयते नहीं देखा था क्या ? सिर्फ और सिर्फ हिन्दू समाज की कुरीतियों को उजागर करना | समाज में व्याप्त कुरीतियों और अन्धविश्वास बहाने हिन्दू धर्म को कोसना | PK तो उसका अगला चरण मात्र है | अल्तकैया जोरों पर है | अब यदि सही तरीके से विरोध न किया गया तो ये हमेशा की तरह और जोर पकड़ेगा |

ऐसे कितने लोग हैं जिन्होंने मियां आमिर से पूछा कि साहब इमराना पर एपिसोड कब बनाओगे ? सर जी शाहबानो पर कब जुबान खोलोगे ? चार शादियाँ 20 बच्चो पर कब बोलोगे ? तलाक तलाक तलाक कह सधवा को जीते जी विधवा बनाने वाले शरिया पर कब बोलोगे ? औरत की इज्जत से खेलने वाले हलाला पर कब बोलोगे ? स्त्रियों के बराबरी के अधिकार बुर्के के अंधकार पर कब बोलोगे साहब ? कभी इन सब का नंबर भी आएगा क्या ?

अब चूंकि PK का विरोध हो रहा है तो कथित सेक्युलरिस्ट लोग भी सामने आने लगे हैं | वामपंथी भाई भी अपनी दुकाने सजाने लगे हैं | सभी लोगो को अचानक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की चिंता सताने लगी है | वही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जो तस्लीमा नसरीन की बात आने पर बंगाल के बाजार में सरेराह नीलाम होती है | वही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जो सलमान रुश्दी के कार्यक्रम पर हिन्द महासागर में डूब जाती है | वो तभी सामने आती है जब हिन्दू देवी- देवताओ के अश्लील चित्र बनाने पर पर विरोध प्रदर्शन होता है | जब वेंडी की बकवास पर कोर्ट से प्रतिबन्ध लगता है |

हमेशा याद रखो लोग हमेशा दूसरे के फटे में टांग अडाते हैं | कभी कोई अपना फटा पजामा नहीं निहारता | इसीलिए अब ये निश्चित कर लो कि आगामी पीढ़ी को भगवान् आशुतोष की कौन सी छवि से परिचित कराना चाहते हो ? वो तीसरे नेत्र वाली जो संसार की समस्त बुराइयों को भस्म करने की क्षमता रखती है या वो टॉयलेट में छिपने वाली जो मियां आमिर की फिल्म में हाल ही में गड़ी गयी है ? अगर त्रिनेत्र वाली छवि ही अक्षुण्ण रखना चाहते हो तो संगठित हो जाओ | एक होकर रहो | विरोध करने का सही तरीका सीखो | अन्यथा सिनेमा हॉल में बैठकर ताली बजाओ | और खुद के इतिहास बनने की प्रतीक्षा करो |

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